सिर्फ सात सिद्धान्त ,और मन कितना शांत ,यही है ....जीवन प्रांत सिर्फ सात सिद्धान्त ,और मन कितना शांत ,यही है ....जीवन प्रांत
वर्ना बिना रीढ़ की हड्डी के जीवन दिव्यांगता बन जाती है। वर्ना बिना रीढ़ की हड्डी के जीवन दिव्यांगता बन जाती है।